sambandh vachak sarvanam , सम्बन्ध वाचक सर्वनाम क्या हैं, परिभाषा एवं उदाहरण :
यदि आप सम्बन्ध वाचक सर्वनाम के बारे में जानना चाहते हैं तो यह articles आपके लिए बहुत महत्पूर्ण होने वाली हैं , इस पेज में सम्बन्ध वाचक सर्वनाम के बारे में उदाहरण के साथ पूरी जानकारी दी गई हैं । हम जानते हैं की संज्ञा(Noun) के बदले में जिस शब्द का प्रयोग करते हैं वह सर्वनाम कहा जाता हैं जिस सर्वनाम को छः भेद हैं उनमें से एक सम्बन्ध वाचक सर्वनाम हैं जिसके बारे में अध्ययन करने जा रहे हैं , सुविधा के लिए आप पहले सर्वनाम के बारे में पढ़ लीजिए ताकि इनके भेदों को समझने में आसानी हो । वास्तव में सम्बन्ध वाचक सर्वनाम किसी संज्ञा या सर्वनाम के बिच में कोइ सम्बन्ध स्थापित करता हैं और सम्बन्ध स्थापित करने वाले शब्द को सम्बन्ध वाचक सर्वनाम कहा जाता हैं , सर्वनाम के शब्द दो वाक्यों को भी आपस में जोड़ते भी हैं और जोड़ने वाला शब्द ही सर्वनाम कहलाता हैं ।
सम्बन्ध वाचक सर्वनाम किसे कहते हैं ( sambandh vachak sarvanam kise kahate hain)
सम्बन्ध वाचक सर्वनाम की परिभाषा –
किसी वाक्य में संज्ञा या सवर्नाम के मध्य(बिच) सम्बन्ध सम्बन्ध स्थापित करने वाले शब्द को सम्बन्ध वाचक सर्वनाम कहा जाता हैं ,अथवा दो या दो से अधिक वाक्यों में सम्बन्ध स्थापित करने वाले शब्द सम्बन्ध वाचक सर्वनाम कहा जाता हैं , यदि और इसे परिभाषित करे तो तीसरे शब्दों में कह सकते हैं कि- जब वाक्यों में कोइ सर्वनाम द्वारा किसी अन्य सर्वनाम के बिच सम्बन्ध स्थापित करता हैं तो सम्बन्ध स्थापित करने वाले शब्द को सम्बन्ध वाचक सर्वनाम कहा जाता हैं । यहाँ पर तीन परिभाषा दिया गया हैं आपको क्या लगता हैं तीनो अलग हैं तो इसका जबाब होगा ‘नहीं‘, अलग नहीं हैं तीनों परिभाषाओं का कहने का मतलब एक ही हैं बस थोड़ा शब्दों का हेरा-फेरी हैं जो थोड़ा समझने में उलझा जा सकता हैं । तीसरे परिभाषा में कहा गया हैं कि किसी वाक्य के सर्वनाम का सम्बन्ध किसी अन्य सर्वनाम से हैं अब आपको लगता होगा कि पहले के परिभाषा में संज्ञा के बिच में सम्बन्ध बताया हैं तो फिर सर्वनाम और सर्वनाम के बिच में सम्बन्ध कैसा ‘क्यों , तो आपको पता होना चाहिए कि संज्ञा के बदले में जो शब्द आते हैं वह सर्वनाम होता हैं तो क्या संज्ञा के बदलें में सर्वनाम कह दिया तो क्या गलत हुवा सारे- के सारे बात एक ही हैं ।
एक बात और सम्बन्ध का नाम सुनकर आपको माता-पिता , भाई – बहन वाला सम्बन्ध मन में आता होगा लेकिन ऐसा भी नहीं हैं हो भी सकता हैं और नहीं भी हो सकता हैं, वास्तविकता कुछ और भी हैं जो कि यह किसी वाक्यों के लिए ऐसा सम्बन्ध होता हैं जिससे पता चलता हैं कि उन वाक्यों को आपस में जोड़ दिया गया हैं क्योंकि यदि वाक्यों में बार-बार किसी संज्ञा के प्रयोग करेंगें तो अच्छा नहीं लगेगा यूँ कहे तो वाक्य असमान्य हो जायेगा इसलिए सर्वनाम का प्रयोग कर के उन वाक्यों को जोड़ दिया जाता हैं जो एक ‘सम्बन्ध‘ के रूप में होता हैं अब इससे ज्यादा समझने कि आवश्यकता नहीं हैं हाँ प्रयोग और वर्कशीट कि आवश्यकता बहुत जरूरी हैं जिससे कि यह पूरी तरह से कंठष्ठ हो सके , अब हम आगे कि बातें उदाहरण से स्पष्ट हो जायेंगें अतः हम कुछ उदाहरणों के द्वारा समझते हैं ताकि हर चीज साफ हो जाए ।
जैसे – जो , सो , जिसकी , उसकी , जैसी , वैसी इत्यादि ।
वाक्य के रूप में – (i) जो जैसा करता हैं वह ऐसा पाता हैं । (इस वाक्य में जो सम्बन्ध वाचक सर्वनाम हैं जिसका सम्बन्ध पुरे वाक्य से प्रदर्शित हो रहा हैं यदि जो को हटा देते हैं तो वाक्य अधूरा हो जायेगा ।)
(ii) जो लड़का पढ़ रहा हैं वह मेरा भाई हैं।
sambandh vachak sarvanam
sambandh vachak sarvanam ke udaharan
(सम्बन्ध वाचक सर्वनाम के उदाहरण) :
(iii) यह वही लड़की हैं जिसकी सभी प्रसंसा करते हैं । (इस वाक्य में ‘जिसकी’ सर्वनाम हैं क्योंकि यह दोनों कथन को आपस में जोड़ता हैं एक सम्बन्ध स्थापित करता हैं )
(iv) जिसकी लाठी उसकी भैंस । (यहाँ पर भी ‘जिसकी’ शब्द सर्वनाम हैं )
(v) जो जगता हैं वही पाता हैं । ( यहाँ भी जो हैं जिसके बारे में बता चुके हैं )
(vi) जो आया हैं सो जायेगा । (इस वाक्य में ‘सो’ सर्वनाम हैं और इस वाक्य में दो कथन हैं पहला कथन हैं – जो आया हैं तथा दूसरा कथन हैं सो जायेगा लेकिन इन दोनों कथन में ‘सो’ दोनों को जोड़ने का कार्य करता हैं यदि सो को हटा लेते हैं तो वाक्य बनेगा ‘जो आया हैं जायेगा’ जिसमें कोइ सम्बन्ध नहीं बन रहा हैं ।)
(vii) जो पढ़ाई करेगा उसे ही अच्छे नंबर मिलेंगें (इस वाक्य में ‘उसे’ शब्द सर्वनाम हैं)
(viii) जो खेलेगा वही जीतेगा ।
(ix) जब गाड़ी आई तो तब लोगों को राहत मिली ।
(X) जो बच्चे मेहनत नहीं करते हैं वे असफल हो जाते हैं ।
sambandh vachak sarvanam
निम्न में कौन सा शब्द संबंधवाचक सर्वनाम है?
Q- (1) वह कौन हैं जो दरवाजे के बाहर खड़ा हैं ।
A – इसमें सम्बन्ध वाचक सर्वनाम ‘जो’ हैं ।
Q-(2) जिसका कोइ नहीं होता हैं उसका भगवान होता हैं ।
A- इस वाक्य में ‘उसका’ सम्बन्ध वाचक सर्वनाम हैं क्योंकि यह दोनों कथनों में सम्बन्ध स्थापित कर रहे हैं ।
Q-(3) जिसे देखो वही दुःखी हैं ।
A- इस वाक्य में ‘वही’ सम्बन्ध वाचक सर्वनाम हैं ।
Q- (4) जिसे आपने पढ़ाया उसी ने सफलता पाया ।
A- इस वाक्य में ‘उसी’ सम्बन्ध वाचक सर्वनाम हैं ।
Q- (5) जितना मेहनत करेंगें उतना आपको सफलता मिलेगी ।
A- इस वाक्य में ‘उतना’ शब्द सम्बन्ध वाचक सर्वनाम हैं ।
Q- (6) यह वही लड़का हैं जो तुम्हारे घर आया था ।
A- इसमें ‘जो सम्बन्ध वाचक सर्वनाम हैं क्योंकि दोनों कथन में सम्बन्ध स्थापित करते हुए आपस में जोड़ते हैं ।
Q-(7) जो देता हैं सो लेता हैं ।
A- इस वाक्य में ‘जो’ और ‘सो’ सम्बन्ध वाचक सर्वनाम हैं ।
Q- जिसकी कहानी अच्छी होगी उसकी ही श्रेष्ठा सिद्ध होगी ।
A- इस वाक्य में जिसकी तथा उसकी सम्बन्ध वाचक सर्वनाम हैं ।
Q- जिसने बच्चे को डूबने से बचाया उसी ने इनाम पाया ।
A- इसमें ‘जिसने’ तथा ‘उसी’ सम्बन्ध वाचक सर्वनाम हैं।
इन्हें भी पढ़ें – 1 हिंदी वर्णमाला क्या हैं ।
2 सर्वनाम के भेद एवं परिभाषा ।
3 संज्ञा और सर्वनाम में अंतर क्या हैं ।