Purush vachak sarvanam , (पुरुष वाचक सर्वनाम किसे कहते हैं ,परिभाषा एवं उदाहरण)- Purushvachak sarvanam ।

Purush vachak sarvanam , Purushvachak sarvanam(पुरुष वाचक सर्वनाम किसे कहते हैं,परिभाषा एवं उदाहरण) :

परिचय –  हम जानते हैं की सर्वनाम के छः भेद होते हैं उन्हीं में से एक भेद हैं पुरुष वाचक सर्वनाम जिसे गिनती में सबसे पहले स्थान पर रखा गया हैं कहने का मतलब हैं की यदि आप सर्वनाम तथा उनके भेदों के बारे में जानना चाहेंगें तो सबसे पहले पुरुष वाचक सर्वनाम को पढ़ना पड़ता हैं क्योंकि किसी भी कथन(व्यक्त्व ) के लिए वक्ता(कर्ता) का होना बहुत जरूरी होता हैं जो अपने विचारों को प्रकट करते हैं । वास्तव में पुरूष वाचक सर्वनाम का सम्बन्ध कर्ता के रूपों से हैं जिसका प्रमुख तीन रूप हैं पहला जो कुछ बोलता हैं दूसरा जो सुनता हैं और साथ में तीसरा जिसके बारे में कुछ कहा जाता हैं,बस इन्हीं तीनों बातों को समझाना हैं हम इस articles में इसी Purush vachak sarvanam के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगें ।

 

Purushvachak sarvanam

purush vachak sarvanam kise kahate hain :

(पुरुष वाचक सर्वनाम किसे कहते हैं) 

 

पुरुष वाचक सर्वनाम की परिभाषा –प्रथम पुरुष,मध्यम पुरुष  तथा अन्य पुरुष को पुरुष वाचक सर्वनाम कहा जाता हैं। व्याकरण के भाषा में पुरुष वाचक सर्वनाम का यही परिभाषा हैं जिसे व्याकरण की दृष्टिकोण से परिभाषित किया गया हैं जिसका सम्बन्ध कर्ता से होता हैं जिसके अंतर्गत बोलने वाला ,सुनने वाला तथा जिस किसी के बारे में कुछ कहा जाता हैं आते हैं बस इन्हीं तीन बातों को प्रधानता हैं इसी के आधार पर purush vachak sarvanam को तीन भागों में बता गया हैं जिसका वर्णन निचे की गई हैं ।

 

पुरुष वाचक सर्वनाम के भेद :

पुरुष वाचक सर्वनाम के कितने भेद होते हैं(Purush vachak sarvanam ke kitne bhed hote hain):

इनके तीन भेद हैं जो निम्नलिखित हैं ।

1 पुरुष वाचक सर्वनाम ( first person)

2 मध्यम पुरुष ( second person) 

3 अन्य पुरुष ( third person)

 

व्याख्या – 

1 पुरुष वाचक सर्वनाम ( first person)-

परिभाषा – बोलने वाले को प्रथम पुरुष कहा जाता हैं , इसमें बोलने वाला मैं ही हो सकता हैं , मैं(I) को एक वचन के अंतर्गत रखा जाता हैं तथा इसका बहुवचन रूप हमलोग(We) होता हैं ।

उदाहरण – मैं खता हूँ , मैं बोलता हूँ , मैं दौड़ता हूँ , मैं एक खिलाड़ी हूँ , मैं हँसता हूँ , मैं खाता हूँ इत्यादि सब प्रथम पुरुष हैं । 

(Note- प्रथम पुरुष एक वचन ‘मैं'(I) होता हैं तथा इसका बहुवचन रूप We( हम लोग , हमलोगों को ) होता हैं ।)

 

2 मध्यम पुरुष (second person) सुनने वाले को मध्यम पुरुष कहा जाता हैं । 

जैसे – तुम या तू ( You) 

वाक्य – तुम क्या करते हैं  , तुम लड़का हो , तुम हँसते हो , तुम खेलते हो , तुम जानते हो इत्यादि । इसका एक वचन तथा बहुवचन दोनों का रूप You ही होता हैं । 

 

 

 3 अन्य पुरुष (third person)- जिसके बारे में कुछ कहा जाए तो वह अन्य पुरुष कहा जाता हैं ।

जैसे- वह लड़का हैं , वह लड़की हैं , वह हँसता हैं , वह बहुत गरीब हैं इत्यादि । यदि हम किसी के बारे में कुछ बोलते हैं तो वह अन्य पुरुष में होता हैं।

 

कुल मिलकर बात यह हैं की जो बोलता हैं वह प्रथम पुरुष( first person ) में होता हैं , जो सुनता हैं वह मध्यम पुरुष(second person) में होता हैं तथा जिसके बारे में कुछ कहा जाता हैं वह अन्य पुरुष ( third person ) में होता हैं । 

जैसे मैं अपने दोस्त बैद्यनाथ से बोला की राधा सूंदर लड़की हैं , तो एक वाक्य में मैं प्रथम पुरुष हूँ

मेरा दोस्त बैद्यनाथ सुना तो बैद्यनाथ मध्यम पुरुष हैं तथा राधा के बारे में बात किया तो राधा अन्य पुरुष में हैं ।

 

हमें आशा है की हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए बहुत महत्पूर्ण होंगें ।

 

इन्हें भी पढ़ेंहिंदी वर्णमाला क्या हैं ।

सम्बन्ध वाचक सर्वनाम क्या हैं ।

सर्वनाम के कितने भेद हैं ।

 

Leave a Comment