Nishchay vachak sarvanam (निश्चय वाचक सर्वनाम किसे कहते हैं, परिभाषा और Nishchay vachak sarvanam ke udaharan।)

Nishchay vachak sarvanam (निश्चय वाचक सर्वनाम किसे कहते हैं,परिभाषा और Nishchay vachak sarvanam ke udaharan।)

परिचय(introduction) – आप सर्वनाम सर्वनाम(pronoun) के बारे में जरूर जानते होंगें यदि नहीं जानते हैं तो सबसे पहले सर्वनाम के बारे में जानकारियां प्राप्त कर लीजिए , नहीं तो निश्चय वाचक सर्वनाम को समझने में कठिनाई हो सकती हैं , हम जानते हैं की सर्वनाम के छः भेद होते हैं उन्ही भेदों में से एक हैं- Nishchay vachak sarvanam हैं यदि निश्चय वाचक सर्वनाम के बारे में जानना चाहते हैं तो यह articles आपके लिए बहुत महत्पूर्ण होने वाली हैं क्योंकि इस articles में इस सर्वनाम के बारे में सम्पूर्ण जानकारियां दी गई हैं और इनके सम्बंधित सभी प्रकार के तथ्यों को सरलता से प्रस्तुत किया गया हैं जिससे की इसके अंतर्गत आने वाली सभी तरह के प्रश्नों का उत्तर प्राप्त कर सकें ।

 

 

Nishchay vachak sarvanam kise kahate hain

निश्चय वाचक सर्वनाम किसे कहते हैं ? 

परिभाषा(Definition)-  किसी  निश्चित वस्तु ,व्यक्ति  का बोध करने के लिए जिस सर्वनाम का प्रयोग किया जाता हैं उसे निश्चय वाचक सर्वनाम कहा जाता हैं, या जिस सर्वनाम का प्रयोग किसी वस्तु व्यक्ति को सूचित या  निर्देश(इंकित) करने के लिए किया जाता हो तो वह निश्चय वाचक सर्वनाम कहा जाता हैं । निश्चय वाचक सर्वनाम को संकेत वाचक सर्वनाम भी कहा जाता हैं  जिसे अंग्रेजी में Demonstrative pronoun या Definite pronoun  कहा जाता हैं । 

निश्चय का मतलब होता हैं  दृढ, पक्का,स्थिर या जिसमें कोइ परिवर्तन न हो सकें तथा वाचक का मतलब होता हैं बोध करने वाला या बताने  वाला  और सर्वनाम के बारे में तो आप जानते ही होंगें की संज्ञा(Noun) के बदले में जिस शब्द का प्रयोग किया जाता हैं उसे सर्वनाम कहा जाता हैं अर्थात निश्चय वाचक सर्वनाम को परिभाषित करें तो हम कह सकते हैं कि-किसी निश्चित वस्तु को बोध करने के लिए जिस सर्वनाम का प्रयोग करते हैं वह निश्चय वाचक सर्वनाम कहा जाता हैं अब आप निश्चय वाचक सर्वनाम को अच्छी तरह से समझ गए होंगें और दूसरी बात आप ये भी समझ चुके हैं कि निश्चय वाचक सर्वनाम को संकेत वाचक सर्वनाम भी कहा जाता हैं ।

जैसे – यह , वह , ये  वे । शायद आप नहीं समझ पाए होंगें तो विस्तार पूर्वक समझने के लिए कुछ वाक्यों का उदाहरण लेते हैं जो निम्नलिखित हैं।

 

(i) यह कुर्सी हैं – इस वाक्य में ‘यह’ शब्द सर्वनाम हैं जो कि एक कुर्सी को निर्देश कर रहा हैं अर्थात  किसी निश्चित कुर्सी के बारे में बात कर रहे हैं मतलब कर्ता के सामने पास में निश्चित रूप में एक कुर्सी हैं यदि यही कुर्सी दूर में रहता तो कहा जाता कि ‘वह एक कुर्सी हैं’  इस वाक्य में ‘वह’  सर्वनाम हैं और निश्चित वाचक सर्वनाम हैं जो किसी दूर कि निश्चित वस्तु के बारे में कही जा रही हैं इस प्रकार हम कह सकते हैं कि नजदीक के  वस्तुओं के लिए ‘यह’का प्रयोग करते हैं तथा दूर के वस्तुओं के लिए ‘वह’ का प्रयोग करते हैं। इस प्रकार Nishchay vachak sarvanam में यदि कर्ता(वक्ता) के पास या दूर में कोइ निश्चित वस्तु रहता हैं जिसे बोध कराने के लिए जिस सर्वनाम का बोध होता हैं वह सर्वनाम निश्चय वाचक सर्वनाम के अंतर्गत आता हैं ।

 

(ii) वह कौन हैं – इस वाक्य में कर्ता किसी की और संकेत करते हैं और कह रहे हैं की ‘वह कौन हैं’ जो कर्ता से दूर हैं ।

(iii) यह कौन हैं – यहाँ पर कर्ता किसी को अपने पास में संकेत कर रहे हैं।

वह आता हैं – यहाँ पर भी कर्ता  संकेत कर रहे हैं की कोइ हैं जो दूर से उसके पास आ रहा हैं ।

(iv) ये किताब हैं । (v) वे लोग घर जा रहे हैं आदि। 

ऊपर के सारे उदाहरण से पता चलता हैं की निश्चय वाचक सर्वनाम के दो भेद हैं जिसकी चर्चा हम निचे करने जा रहे हैं।

 

 (Note- वास्तव में निश्चय वाचक सर्वनाम किसी के निश्चयता का बोध कराता हैं किसी के होने में सत्यता प्रमाणित करता हैं,यदि इसके विपरीत अनिश्चय वाचक सर्वनाम के बारे में बात करें तो जिसके बारे में ठीक-ठीक कुछ पता न चले तो वह अनिश्चय वाचक सर्वनाम कहा जाता हैं और इसके ठीक उल्टा को निश्चय वाचक सर्वनाम समझ सकते हैं और दूसरी बात किसी वाक्य में कर्ता के intent को समझाना भी बहुत आवश्यक होता हैं) 

 

Nishchay vachak sarvanam ke bhed :

(इनके दो भेद माना जाता हैं) 

1.  निकटवर्ती  तथा 

2 . दूरवर्ती निश्चय वाचक सर्वनाम

 

व्याख्या –

1.  निकटवर्ती  – 

जिस सर्वनाम से नजदीक के निश्चित वस्तुओं का बोध हो तो वह निकटवर्ती निश्चय वाचक सर्वनाम कहा जाता हैं ।

जैसे – यह मेज हैं ।

यह कलम हैं ।

यह तकिया हैं ।

यह बिछावन हैं आदि ।

 

2 . दूरवर्ती निश्चय वाचक सर्वनाम – दूर के किसी निश्चित वस्तु को बोध कराने वाले सर्वनाम को दूरवर्ती सर्वनाम कहा जाता हैं ।

जैसे – वह पंखा  हैं ।

वह घर हैं ।

वह  टेबल हैं ।

वह बिल्ली है ।

वह सलवार हैं आदि ।

 

 

Nishchay vachak sarvanam ke udaharan

(निश्चय वाचक सर्वनाम के उदाहरण) :

(1) यह मेरी पुस्तक हैं – इस वाक्य में निश्चय हो रहा हैं की मेरी पुस्तक हैं ।

 

(2) वह लड़का काम कर रहा हैं – कर्ता निश्चय रूम में देख रहा हैं  लड़का काम कर रहा हैं जिसको ‘वह’ नाम के सर्वनाम निश्चित कर रहा हैं ।

 

(3) यह लड़की हैं – यहाँ पर निश्चित रूप से किसी लड़की को संकेत कर रहे हैं। 

 

इसीप्रकार  –

(4) ये किताब हैं ।

(5) यह हमारा घर हैं ।

(6) वे लोग अच्छे हैं ।

(7) वह बहुत सूंदर हैं ।

(8) ये मेरे विद्यार्थी हैं ।

(9) ये लोग आ महारे यहाँ उपस्थित हैं ।

(10) वह हमारा विद्यालय हैं ।

(11) ये सेव हैं ।

(12) ये पुस्तक प्रदीप की हैं ।

(13) यह मेरा गांव हैं ।

(14) वह मेरी फूल हैं ।

(15) वह हमारी गाय हैं ।

(16) ये तुम्हारे कमीज हैं ।

(17) यह  लड़का बहुत गरीब हैं ।

(18) ये सड़क लम्बी हैं ।

19 वह श्याम की भाई हैं ।

(20) यह मेरी गाड़ी हैं ।

(21) वह किताब हमारे दोस्त का हैं ।

(22) वे हमारे कार हैं ।

(23) वह बालक हैं ।

(24) ये लड़की बहुत गरीब हैं ।

(25) यह रंग लाल हैं आदि ।

 

 

इन्हें भी पढें – 1 सर्वनाम के कितने भेद हैं उदाहरण सहित व्यख्या कीजिए ?

2 सम्बन्ध वाचक सर्वनाम किसे कहते हैं ।

3 विशेषण किसे कहते हैं ।

 

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