Nadi ka paryayvachi shabd , Nadi ka paryayvachi (पर्यायवाची शब्द क्या होता हैं ? )
परिचय(Introduction) – सबसे पहले हम जानते हैं पर्यायवाची का अर्थ क्या होता हैं तो बता दे की सामान अर्थ वाले शब्द को पर्यावाची शब्द कहा जाता हैं । पर्यायवाची शब्द को समानार्थक शब्द अथवा प्रतिशब्द भी कहा जाता हैं लेकिन यहाँ पर एक बात समझना हैं की इनके शब्द में समानता रहने पर भी इनका प्रयोग एक ही पाकर से नहीं किया जाता हैं अर्थात इसका प्रयोग अलग – अलग तरीको से किया जाता हैं । हिंदी व्याकरण का एक महत्पूर्ण भाग हैं जिसके बारे में आवश्यक जानकारियां होना चाहिए इस पेज में Nadi ka paryayvachi shabd के बारे में जानकारियां प्रदान की जा रही हैं।
Nadi ka paryayvachi
नदी का पर्यायवाची क्या होता हैं – जैसा की हम जान चुके हैं की सामान अर्थ वाले शब्द को पर्यायवाची शब्द कहते हैं अतः नदी का पर्यावाची शब्द निम्न प्रकार हैं –
नदी – सरिता , निर्झरिणी , निम्नगा , तटिनी , आपगा , जलमाला , तरंगिणी , शैवालानी ।
ये सातों शब्द नदी का पर्यावाची शब्द हैं , जैसे की ऊपर परिभाषा में बताया गया हैं कि सामान अर्थ होते हुए भी इन सब शब्दों का प्रयोग का एक सार्थक स्थान होता हैं जो यह उसके लिए उपयुक्त होता हैं इसके लिए हम कुछ वाक्य लेते हैं –
जैसे – किसी नदी के किनारे एक साधु का कुटिया था , इसमें “नदी” शब्द वाक्य को कुशल बनाती हैं हम ये कहे कि “किसी सरिता के किनारे एक साधु का कुटिया था” तो इस वाक्य में सुंदरता देखने को नहीं मिलती हैं या हम ये कहे कि किसी निर्झरिणी के किनारे एक बालक गाय चराता था तो इस वाक्य में भी सुंदरता नहीं हैं कहने का मतलब हैं की हम जिस किसी वाक्य के लिए जिस शब्द का प्रयोग करते हैं वह शब्द उस वाक्य में अच्छी तरह से सुव्यवस्थित होनी चाहिए ताकि उस शब्द को लिखने तथा बोलने में सूंदर और दमदार लगे । हम कुछ ओर अन्य शब्द का उदाहरण देते हैं जो निम्नलिखित हैं ।
(1) निर्झरिणी के लिए वाक्य – ये निर्झरिणी कलकल करती तेरी बहती धारा बहुत निराली हैं प्रकृति की तू वह सुंदरता हैं जिसके बिना प्रकृति की हर सिंगार अधूरी हैं । इस वाक्य में यदि आप निझरिणी के स्थान पर नदी लगा देते हैं तो शायद वाक्य की सुंदरता खत्म हो जाएगी और न ही सार्थक लगता हैं ।
(2) तरंगिणी – जब ढलते हुए सूर्य के सातों किरणे तरंगिणी के सूंदर धारा पर पड़ती हैं तो शाम ओर भी रंगीन फूलों की तरह खिल जाती हैं , यदि इस वाक्य में तरंगिणी के स्थान पर आपगा अथवा तटिनी का प्रयोग करते हैं तो यह अच्छा नहीं लगता हैं । अतः आप समझ गए होंगें की Nadi ka paryayvachi shabd का प्रयोग शब्दों के अनुसार अलग – अलग होता हैं भले ही इसमें समानता क्यों न हो ।
- दोस्तों आप नदी के पर्यावाची शब्द के बारे में आप अच्छी तरह से जान चुके हैं साथ में अन्य कुछ शब्दों के पर्यावाची शब्द के बारे में जान लेते हैं जो निम्नलिखित हैं –
Pani ka paryayvachi shabd(पानी का पर्यायवाची शब्द क्या है ?)
(1)जल – जल का रंग उजला होता हैं , जल ही जीवन हैं , जल के बिना जीवन संभव नहीं हैं , गढ्ढे में जल के जमने से मच्छर पैदा होती हैं ।
(2) नीर- नीर बिना जीवन अधूरा ।
(3) रस – अनार का रस स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्पूर्ण होता हैं ।