matra wale shabd , matra wale shabd in hindi ( अ आ से लेकर अं अ: तक के मात्राओं से बने शब्द ) – awgrammar

matra wale shabd , matra wale shabd in hindi , मात्राओं से बने शब्द :

परिचय(Introduction) – क्या आप मात्राओं से बने शब्द के बारे में जानना चाहते हैं तो यह पेज आपके लिए बहुत लाभदायक होने वाला हैं क्योंकि इस पेज में जिनते भी मात्राएँ होती हैं उन सभी का मात्राओं के बारे में जानकारियां मिलने वाली हैं और उन  सारे मात्राओं से बने शब्द के बारे में भी जानकारियां दी गई हैं तथा सबसे जरूरी बात जिसमें ये बताया गया हैं की मात्राओं के द्वारा शब्दों का निर्माण कैसे किया जाता हैं। matra wale shabd के अंतर्गत अ आ से लेकर अं अ: तक की मात्राएँ चले आते हैं और आपको यह बात आवश्यक पता होना चाहिए की मात्रा अ से लेकर अ: तक ही होता हैं जिसमें मात्राओं की संख्या कुल मिलकर 13 हैं और इन्ही 13 मात्राओं के द्वारा सभी प्रकार के शब्दों का निर्माण करते हैं अथवा शब्द बनाते हैं , अतः इन सब की जानकारी के लिए आगे पढ़ें ।

 

matra wale shabd in hindi

(मात्राओं वाले शब्द) –

आपके पहले आप मात्राओं के बारे में जानिए इसके बाद आपको हर एक  बात समझ में आ जाएंगे की मात्राएं क्या होती है और  मात्राओं का प्रयोग कैसे और किस प्रकार किया जाता है क्योंकि जब तक मात्राओं के बारे में नहीं जानेंगें तब तक इनके सम्बंधित न बने शब्द के बारे में जान पायेंगें और न अक्षर के बारे में क्योंकि शब्द और अक्षर के निर्माण में मात्रा का प्रमुख योगदान रहता हैं अर्थात मात्राओं के बिना न आप कोइ अक्षर बना सकते हैं और न कोइ शब्द ।

 

 

matra wale shabd

 

 

हम आप के निम्नलिखित के बारे में जानकारियां देने जा रहे हैं –

1 . मात्रा क्या होता हैं ?

2 . कुल कितने मात्रा हैं ?  

3 .  अ की मात्रा 

4 . आ के मात्रा  से बने शब्द 

5 . इ की मात्रा वाले  शब्द 

6 . ई  के  मात्रा से बने शब्द 

7 . उ की मात्रा  के द्वारा बने शब्द 

8 . ऊ की मात्रा  के शब्द 

9 . ए की मात्रा का  शब्द 

10 . ऐ की मात्रा  की  शब्द 

11 . ओ के  मात्रा का  शब्द 

12 . औ के मात्रा  वाले शब्द 

13 . अं के मात्रा के शब्द 

14 . अ: के मात्रा वाले शब्द

15 . ऋ का मात्रा और इनके द्वारा बने शब्द 

 

1 . मात्रा क्या होता हैं – वर्ण के उच्चारण में जितना समय लगता हैं वही मात्रा कहलाता हैं जैसे हम किसी वर्ण का उच्चरण करते हैं तो उसको बोलने में समय लगता हैं वही समय का अंतराल मात्रा कहा जाता हैं । हिंदी व्याकरण के अनुसार मात्राएँ कुल 13 हैं  जो इस प्रकार हैं – 

अ – नहीं होता हैं ।

आ  –   ा

इ  –   ि

ई  –   ी

उ  –   ु

ऊ  –   ू

ए  –   े

ऐ  –   ै

ओ  –   ो

औ  –   ौ

अं  –    ं

अ:  –  : 

ऋ  – ृ 

 

 

matra wale shabd

 

 

2 . कुल कितने मात्रा हैं ?  – कुल मात्रा हैं जो 13 हैं अब इन सभी मात्राओं के बारे में जानते हैं तथा इन मात्राओं से बने शब्द को भी देखते हैं ।

 

(1) अ – अ का मात्रा नहीं होता हैं जब यह किसी वर्ण में छिपा रफ़हता हैं जैसे ख में अ छिपा हैं , आप ख बोलिए तो ख के साथ अ भी बोलते हैं बस इतना समझये की अ का मात्रा नहीं होगा , अब आगे आ के बारे में जानते हैं ।

इसके  शब्द –  अनार , अजगर , अमरुद , अक्ल , असम , अपमान , अर्जुन , अकाल , अचकन , अंजलि , अमर , अनाज , अकार , अफसाना , अपना , अबल , अटल , अमरावती , अजय , अनजान आदि ।

 

(2) आ –  इसका मात्रा ा  होता हैं ।

यह जब किसी व्यंजन वर्ण के साथ मिलता हैं तो उस वर्ण के आगे ा लग जाता हैं और उस वर्ण को आकारांत  मात्राओं के साथ पढ़ा जाता हैं । जैसे –

क + आ = का ,  मतलब जब आप का पढ़ते हैं तो का में आ को भी पढ़ते हैं लेकिन आ का मात्रा ा क में जुड़ जाता हैं  और का बन जाता हैं ।

म + आ = मा , इसे मा पढ़ जाता हैं जिसमें ा मात्रा लगा हैं ।

त + आ = ता 

या आप सीधे तोर पर मात्राओं को भी लगा सकते हैं इसको भी आप समझ लीजिए जो निम्न है –

प + ा = पा 

य + ा = या 

ह + ा = हा , ऐसी प्रकार अनेकों प्रकार के अक्षर हो सकता हैं।

आ के मात्रा के शब्द – आज , आवाज , आदान , आदमी , आवारा , आमदनी , आहार , आकाल , आपका , आना , आम , आप , आसान , आलिशान , आशियाना , आभाव , आपातकालीन , आनंद आदि अनेकों प्रकार के शब्द हैं जिसमें ा लगा हैं।

 

(Note – आपको एक बात ध्यान देना हैं की मात्रा स्वर वर्ण का होता हैं और स्वर वर्ण का मात्रा व्यंजन वर्ण के साथ मिलकर अक्षर का निर्माण करते हैं तथा कुछ स्तिथि में सीधे मात्रा का भी प्रयोग होता हैं ।  सबसे महत्पूर्ण बात जब स्वर वर्ण व्यंजन वर्ण के साथ मिलते हैं तो स्वर वर्ण का प्रयोग सीधे न करके उसके मात्राओं का प्रयोग किया जाता हैं  । जैसे – पी , इसमें ई की मात्रा ी लगा हैं जो स्वर वर्ण हैं यदि प के साथ सीधे ई का प्रयोग करते हैं तो पई हो जाता हैं जो असमान्य हैं सार्थक नहीं हैं इसलिए ई का मात्रा   का प्रयोग करके पी बनाया जाता हैं इसी प्रकार के बहुत सारे उदाहरण हो सकते हैं जिसमें मात्राओं  का प्रयोग किया जाता हैं ।)

 

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5 . इ की मात्रा और इनके शब्द – 

इ की मात्रा ि होती हैं और ि मात्रा के शब्द निम्नलिखित हैं –

दिल , किला , जिला , मिला , चिल्ला , किनारा , दिलवर , निहार , बिहार , तिहार , मिलन , रिया , सिया , निरमा , झिंगवा , पिटवा , हिमालय , किचन , बिमल , निगम , शिवम , हिरण , आदि ि मात्रा वाले शब्द हैं और यह भी जान लीजिए की इ की मात्रा कैसे जुड़ते हैं इसके बारे में भी जान लीजिए जो निचे हैं ।

जैसे – किनारा = क + ि  + न + ा + र + ा 

जिला = ज + ि + ल + ा 

किरण = क + ि + र + अ + न + अ 

मिलना = म + ि + ल + अ + न + ा 

 

6 . ई की मात्रा और इसके शब्द :

ई की मात्रा ी होती हैं , अब इन मात्रा से बने शब्द को देखें जो निम्नलिखित हैं  –

दीवार , मीनार , कीमत , जीतन , नीरज , पीपल , नीम , झील , शीतल , जीवन , लीला , पारी , खाली , सीता , गीता ,  डाली , नारी , जाती , पीला , वाली , घडी , खीर , नाली , सवारी आदि ।

अब देखना हैं इनके मात्रा के द्वारा बने शब्द में मात्रा कैसे जुड़ते हैं जिसे आप निचे देख सकते हैं।

जैसे – मीट = म + ी + त + अ 

जीत = ज + ी + त + अ 

कीचड़ = क + ी + च + अ + र + अ

नीता = न + ी + त + ा आदि बहुत सारे उदाहरण हो सकते हैं ।

 

 

7 . उ की मात्राउ की मात्रा   ु  होती हैं  और जब यह किसी व्यंजन वर्ण के साथ मिलती हैं तो उस व्यंजन वर्ण में ु की मात्रा लग जाती हैं और यह स्वंग भी रहते हैं।

जैसे – उपकार , उपमा , उजला , उम्र , उजला , उजाला , उभड़ा , उमा , उमेश आदि जो स्वंग प्रथम स्थान पर आया हैं। इसके आलावा इसके मात्रा के प्रयोग से बने शब्द हैं – कुमार , कुम्हार , कुदाल , कुरूप , सुन्दर , सुबह , शुभ , सुरभि , सुभकला , सुरेश , सुभद्रा , सुनना , सुनेना , सुलछ्ना , सुलेचना , सुकुमार , सुलतान , पुतिन आदि । और ु की मात्रा से कैसे शब्द बना हैं यह भी नीस देख लीजिए –

जैसे – कुमार = क + उ + म + आ + र + अ  

सुबह = स + उ +  ब + अ  + ह + अ 

शुभ = श + उ + भ + अ

 

8 . ऊ की मात्रा 

ऊ की मात्रा ू होती हैं और इनके मात्राओं से बने शब्द निम्नलिखित हैं। 

सूरत , मूरत , खून , सूरज , दूध , कूड़ादान , पूना , रूना , राजू , भानू , रानू , मानसून  , जासूस , काजू , भूल , बबूल , अरूण , जरूर , छूट , मारूति , कबूतर , आरजू , ताजू , तराजू  आदि । बहुत सारे शब्द हो सकते हैं । 

मात्राओं का प्रयोग :

जैसे – जूल = ज + ऊ + ल + अ 

मूल = म + ऊ + ल + अ 

मूसलाधार = म + ऊ + स + अ + ल + आ + ध + आ + र + अ 

सूसना = स + ऊ  + च + अ  + न + आ 

इसीप्रकार के कई सारे उदाहरण हो सकते हैं ।

 

9 . ए के मात्रा के शब्द :

ए का मात्रा    े  होता हैं और इसके द्वारा बने शब्द निम्न प्रकार हैं –

जैसे – रेल , खेल , जेल , मेल , रेट , बेल , चेला , देना , मेला , लेना , पेन , खेत , वेग , नेट , तेल , गेट , बेट , चेस , बेटा , केला , तेरा , लेटर , बेटर , केकर , जेकर , बेकार , नेहाल , देवदास , खेलना , सेवा , मेवा , नेता , मेहनत , सेहत , बेहद , लेमन , देवेंद्र , सेलेन्द्र , रेखा , हेमा , बेला , ठेला , चेला , फेरा , मेजवान , मेघनाद , केदार , खेलकूद , शेर , केवल , भेलपुरी आदि ।

 

10 . ऐ की मात्रा :

ऐ की मात्रा    ै होती हैं जिसके द्वारा बने शब्द निम्नलिखित हैं।

मैदान , कैलाश , दैनिक , सैनिक , वैद्यनाथ , पैसा , भैया , जैनवाद , तैयारी , कैसा , वैसा , मैना , जैविक   , सैतान , पैगाम , शैतान ,  मैदान , लैला , जैसा , जैन , वैसा ,  कैसी ,  हैसियत खैरियत ,  मैराथन , गौरी , फौजी , सौरभ , पैर , कैदिखाना , सदैव , पैदल ,  फैसला , हैरान आदि ।

शब्द कैसे बनता हैं –  

जैसे –  मैदान = म +  ै + द + आ + न + अ

नैतिक = न +  ै + त + इ + क + अ 

खैरात = ख +  ै + र + आ + त + अ 

 

11 . ओ की मात्रा और इनके द्वारा बना शब्द :

 रोज, गोल , खोज ,  बोर , होते  , टोला , चोर , गोरा ,  मूवी ,  होली , होगी ,  गोली , मोटी , छोटी ,  सोनी ,  सरोज ,  मनोज , शोभा  , खोज , योगी , गोली , चोली , गोली , धोखा , होली , मोटी छोटी ,  पोखर , जोकर , तोमर , अनोखी , योजना , खोजना , सोचना , थोड़ी ,  बोलना , तोरणा , पोपट ,  भरोसा  आदि । 

 

 

12 . औ का मात्रा के शब्द :

मौज , सौदागर , नौकरानी  , चौकीदारी ,  सौरभ , फौजदारी ,  बौनापन , मौसम , फौजी ,  चौकी , मौज , कौशल गौरव , खिलौना , चौसर ,  सौदा , माहौल , खोला , चौपाल , भोपाल , दौरा आदि ।

 

13 . अं के मात्राओं के द्वारा बने शब्द :

अंदर , अंग , अंगद , रंग , संजय , कांत , जंगल ,  लंदन ,  मंगल ,  ठंड , जंगल , रंगराज , संचालन , कंद ,  संघ , मांड ,  नंद ,  चांद , बंद , चांद , चंदन , नंदन , वंदन  , चंदा , मंदा , गंगा , पंगा , लंबा , अंतरंग ,  बंगाल , मंगल , जंगल , शतरंज , अलंकार ,  पतंग , बंदर , पंचांग , संदेश , नारंगी , गंदा , गंदा , चंदा , अंगूर , संतरा , डंक , संघ , पतंग , पलंग , भांग , तंत्र आदि ।

 

14 .  अ: के मात्रा  और इनके शब्द :

अ: का मात्रा   :  होता हैं और इनके शब्द निम्नलिखित हैं ।

प्रः , प्रायः , प्रातः , अतः , दुःख , पुनः , नमः , अन्तः , क्रमशः आदि ।

शब्द का बनाना – 

जैसे – प्रायः = प + र + आ + य + :

 

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15 . ऋ की मात्रा का शब्द :

ऋ का मात्रा  ृ होता हैं और इनके द्वारा बने शब्द निचे हैं ।

ऋषि , अमृत , मृत्यु , पृष्ठ , ग्रीन , पृष्ठ , मृगरी ,  वृक्ष , कृष्णा , कृपा , पृथ्वी , नृप , कृपा , ऋतू , वृत्त , नृत्य , सृष्टि , कृति , आदि । 

 ऋ के मात्रा कैसे वर्ण के साथ जुड़ते हैं –

जैसे – ऋषि = ऋ + श + इ 

अमृत = अ + म + ऋ + त । 

 

इन्हें भी पढ़ें – 1 .  हिंदी वर्णमाला क्या हैं ? 

2 . aa की मात्रा वाला शब्द ?

3 .  मात्रा क्या हैं ?

 

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