Ling kitne prakar ke hote hain , (Gender in Hindi) परिभाषा एवं उदाहरण ।

Ling kitne prakar ke hote hain , (Gender in Hindi) परिभाषा एवं उदाहरण ।

Gender(लिंग)- संसार में जितने भी संज्ञा हैं वह या तो स्त्रीलिंग हैं या वह पुल्लिंग हैं , संज्ञा के जिस रूप से उनकी जाति( स्रीलिंग एवं पुल्लिंग) का पता चले तो वह लिंग कहा जाता हैं Gender जिसका अर्थ लिंग होता हैं । दूसरी भाषा में लिंग का अर्थ चिन्ह होता हैं कहने का मतलब हैं की संसार में जितने भी वस्तुएँ हैं वह या तो जड़ हैं या तो चेतन हैं जड़ में पेड़ पौधें नदी पहाड़ घर खेत खलिहान दरवाजा आँगन सड़क आदि आते हैं तथा चेतन में कोइ पुरुष होंगें या कोइ स्त्री होंगें, अर्थात वस्तुएँ स्त्रीलिंग , पुल्लिंग या नपुंसक लिंग होंगें इस पेज में लिंग और उनके भेदों के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे ।

 

Ling ke kitne bhed hote hain:

 

जैसा की आप जान चुके हैं की संज्ञा के जिन रूप से स्त्री या पुरूष जाती का बोध होता हैं वह लिंग कहा जाता हैं अथवा सभी वस्तुएँ जड़ और चेतन में विभक्त है और इसमें कोइ स्त्री हैं तो कोइ पुरूष इस प्रकार यदि  जड़ को नपुंसकलिंग मान लिया जाय तो लिंग का तीन ही भेद होना चाहिए लेकिन यदि हिंदी के दृष्टिकोण से देखा जय तो हिंदी में दो ही लिंग होते हैं स्त्रीलिंग और पुँल्लिंग ।

जड़ के आधार पर लिंग के तीन भेद हैं जो की निम्नलिखित हैं ।

(1) जड़ के पदार्थो  के नाम में – नपुंसकलिंग ( Neater Gender)

(2) स्त्री अथवा मादा पदार्थ को – स्त्रीलिंग (Feminine Gender)

(3) पुरूष को – पुँल्लिंग (Masculine Gender ) कहा जाता हैं ।

लेकिन हम हिंदी व्याकरण के अनुसार दो ही लिंग का अध्ययन करेंगें स्त्रीलिंग और पुँल्लिंग का क्योंकि हिंदी में नपुंसकलिंग नहीं होते हैं ।

(ध्यान दें – लैटिन ग्रीक , फ्रांसीसी , रूसी , अंग्रेजी अत्यादि यूरोपीय भाषाओं में में संस्कृत की तरह तीन लिंगों की व्यवस्था  हैं लेकिन हिंदी में नहीं )

 

इन्हें भी पढ़ें – हिंदी वर्णमाला क्या हैं ।

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Ling kitne prakar ke hote hain

 स्त्रीलिंग किसे कहते हैं / स्त्रीलिंग क्या हैं( Feminine Gender) जिस संज्ञा से स्त्री(female) मादा  जाती का बोध हो तो वह स्त्रीलिंग कहा जाता हैं ।

जैसे – लड़की , रानी , लता , बहन , गाय , पत्नी , दादी , नानी, सिंहनी , बाघिन , बकरी आदि स्त्रीलिंग हैं ।

 

 

पुँल्लिंग/ पुरूष (Masculine Gender)- जिस संज्ञा से पुरूष जाती का बोध हो तो वह पुँल्लिंग कहा जाता हैं ।

जैसे – लड़का , बैल , सिंह , बाघ , पिता , बेटा , भाई , आम आदि इस प्रकार आप खुद आसानी से समझ सकते हैं पुँल्लिंग किसे कहा जा सकता हैं ।

 

कोइ भी संज्ञा स्त्रीलिंग हैं या पुँल्लिंग इसका पता कैसे लगाते हैं

इसका पता लगाने के लिए किसी भी संज्ञा का लिंग निर्णय करते हैं और उसी के आधार पर स्त्रीलिंग तथा पुँल्लिंग का पता लगा लिया जाता हैं ।हिंदी में तत्सम , तदभव , देशज , विदेशज , आदि अनेको प्रकार के शब्दों का व्यवहार होता हैं  इसलिए हिंदी के लिए प्रत्येक शब्दों के लिंगो पर विचार किया गया हैं लेकिन अभी तक कोइ सम्पूर्ण वैज्ञानिक आधार स्थिर नहीं हो पाया हैं जिससे की लिंग निर्णय में सम्पूर्ण सहायता मिल सकें, हम सिर्फ संज्ञा के व्यवहार के आधार पर उसके लिंग के बारे में पता लगते हैं और उसका लिंग निर्णय कर के स्त्रीलिंग व  पुँल्लिंग  का पता लगाते हैं।

 

वाक्यों का लिंग निर्णय :

आप को एक बात समझना बहुत जरूरी होता हैं की लिंग निर्णय निर्णय ,विशेषण , सर्वनाम , क्रिया , और विभक्तियों  में विकार उत्पन्न करते हैं –

जैसे – विशेषण हो तो – यह छोटी लड़की हैं ।

सर्वनाम से – मेरी पुस्तक अच्छी हैं ।

क्रिया से – दाल बनी हैं ।

विभक्ति से – आपका लड़का अच्छा हैं ।

ऊपर बताये गए तथ्यों को ध्यान में रखकर ही लिंग निर्णय करना चाहिए अन्यथा गलती होने की सम्भावना हो सकती हैं ।

जैसे – कलम , शब्द का  लिंग निर्णय करके देखते 

विशेषण से – यह कलम नई हैं ।

सर्वनाम से – मेरी कलम टूट गई ।

क्रिया से – कलम बिकता हैं ।

विभक्ति से – गाड़ी का पहिया टूट गया ।

जैसे की आप जान चुके हैं हम कोइ  भी वस्तु (संज्ञा ) स्त्रीलिंग हैं या पुँल्लिंग जिसके पहचान करने के लिए वाक्य निर्णय करना पड़ता हैं इसलिए लिंग निर्णय बहुत जरूरी होता हैं । जैसे –

किताब पुरानी हैं – स्त्रीलिंग 

घी – घी महंगा हैं ( पुँल्लिंग)

घर – यह हमारा घर हैं ( पुँल्लिंग) 

चित्र – चित्र अच्छा हैं ( पुँल्लिंग)

पहिया – पहिया पुराना हैं (पुँल्लिंग) 

आटा – आटा गिला हो गया ( पुँल्लिंग)

मोती – मोती टूट गई( स्त्रीलिंग )

गाल – गाल मुलायम हैं ( पुँल्लिंग)

गंगा – गंगा हिमालय से निकलती हैं ( स्त्रीलिंग ) , साथ में महानदी यमुना , गोदावरी , सिंधु ब्रह्मपुत्र स्त्रीलिंग हैं और नक्षत्रो के नाम स्त्रीलिंग होता  हैं ।

बालक – बालक रो रहा हैं ( पुँल्लिंग) 

लड़की – लड़की सूंदर हैं ( स्त्रीलिंग ) 

कुत्ता – कुत्ता वफादार होता हैं ( पुँल्लिंग) 

बिल्ली – बिल्ली फुर्तीली होती हैं ( स्त्रीलिंग )

गाय – गाय दूध देती हैं ( स्त्रीलिंग ) 

खाना – खाना बन गई ( स्त्रीलिंग ) 

रोटी – रोटी जल गई ( स्त्रीलिंग ) 

आटा – आटा गिला हो गया ( पुँल्लिंग) 

गरीबी – गरीबी के कारण लोग मर रहे हैं ( पुँल्लिंग)

पृथ्वी – पृथ्वी एक ग्रह हैं (पुँल्लिंग)

 

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