kal kise kahate hain , काल क्या है ,काल के परिभाषा भेद एवं उदाहरण ।

kal kise kahate hain ,काल क्या है,काल के परिभाषा भेद एवं उदाहरण:

परिचय-हिंदी व्याकरण के अनुसार काल का समान्य अर्थ ‘समय‘ होता हैं और अंग्रेजी Grammar में इसे Tense कहा जाता हैं । काल का अर्थ तो समय होता हैं लेकिन इसका सम्बन्ध क्रिया(Verb)से हैं, क्रिया कहे तो हम जीवन काल में जो भी कार्य करते हैं वह क्रिया ही हैं अथवा हम जो भी क्रिया-कलाप करते हैं वह क्रिया के रूप में होते हैं क्रिया को परिभाषित करें तो “जिस से किसी कार्य के होने का बोध हो तो वह क्रिया कहा जाता हैं या जिससे कार्य का संपादन हो तो वह क्रिया कहलाता हैं” और क्रिया करने में जो समय लगता हैं वह ‘काल’ कहा जाता हैं इसका मतलब हैं कि जहाँ क्रिया होगा वहाँ पर काल(समय) आवश्यक होगा क्योंकि कुछ भी करने में समय तो आवश्यक होता हैं अतः हम आगे kal kise kahate hain के बारे में विस्तार से समझते हैं।

 

kal kise kahate hain hindi mein

काल किसे कहते हैं / काल कि परिभाषा – 

व्याकरण के अनुसार- क्रिया के रूपान्तर को काल कहा जाता हैं अथवा समय के अनुसार क्रिया के रूप में परिवर्तन को काल कहा जाता हैं ।

क्रिया के बारे में तो ऊपर बता दिया गया हैं अब समझाना यह हैं कि क्रिया के रूपान्तर कैसे होता हैं या समय के अनुसार क्रिया के रूप में परिवर्तन कैसे होता हैं यदि यह स्पष्ट हो गया तो आगे समझने में कोइ दिक्कत नहीं होगी, रूपान्तर का अर्थ रूप का बदलना या परिवर्तन होना और क्रिया के रूप परिवर्तन का मतलब होता हैं कि-क्रिया के रूप का बदलना अथवा परिवर्तन होना और इस बात कि जानकारी समय देती हैं समय ही बताते हैं कि कोइ क्रिया किस स्थिति में हैं यदि समय नहीं होगा तो क्रिया के बारे में कोइ कुछ भी नहीं बता सकता हैं इसलिए समय का होना अति आवश्यक हैं। एक बात और समझने वाला यह हैं कि समय और क्रिया में बहुत गहरा सम्बन्ध हैं एक दूसरे के बिना किसी को निर्धारित करना संभव नहीं हैं यद्पि यदि आप व्याकरण के दृष्टिकोण से सोचते हैं तो इसे व्याकरण के अनुसार ही समझना होगा अतः आप समझ गए हैं कि यहाँ पर समय कि विशेष प्रधानता हैं और इसी के अनुसार ही काल को तीन भागों विभाजित किया जाता हैं ,आगे बढ़ने से पहले काल के कुछ उदाहरण को देखते हैं जो निम्न हैं ।

 

काल के उदाहरण –  

1.वह पढता हैं ।

2.वह पढ़ रहा हैं।

3.रमेश पढ़ चूका हैं ।

4.रमेश पढ़ता था ।

5.वह घर जायेगा ।

6.मैं दिल्ली जाऊंगा ।

7.उसने पढ़ा ।

8.राहुल जाता हैं आदि ।

ऊपर के उदाहरण को देखिए और समझने कि प्रयास कीजिए कि किस प्रकार क्रिया के रूप में परिवर्तन हो रहा हैं , जैसे पहला उदाहरण में ‘वह पढता हैं’ दूसरा में ‘पढ़ रहा हैं’ तीसरा में ‘पढ़ चूका हैं’ और चौथा उदाहरण में ‘पढता था’  आप देख रहे हैं तीनों में क्रिया एक ही हैं ‘पढ़ना’ परन्तु समय के साथ कैसे बदल रहा हैं और इसी प्रकार आगे के उदहारण में भी देख सकते हैं समय के अनुसार क्रिया कैसे बदल रहे हैं अतः इसे सम्पूर्ण रूप से समझने के लिए काल के सभी भेद उपभेद आदि को समझना होगा तभी हर एक बात कि स्पष्ट रूप से समझ सकते हैं ।

 

kal kise kahate hain

 

इस articles में  निम्नलिखित की जानकारियां  दी गई ।

kal ke kitne bhed hote hain

काल के भेद/प्रकार –

काल के प्रमुख तीन भेद हैं जो निम्न हैं –

(1) वर्तमान काल(Present tense) 

(2) भूतकाल(Past tense)  

(3)भविष्य काल(Future tense) 

 

वर्तमान काल किसे कहते हैं ?

 वर्तमान  काल के भेद –

(i) सामान्य वर्तमान काल

(ii)सदिंग्ध वर्तमान काल

(iii)सदिंग्ध वर्तमान काल

(iv)आज्ञार्थ वर्तमान काल

(v)सम्भाव्य वर्तमान काल

 

भूतकाल किसे कहते हैं ?

भूतकाल के कितने भेद होते हैं

1 सामान्य भूतकाल –

2 आसन्न भूतकाल –

3 पूर्ण भूतकाल –

4 अपूर्ण भूतकाल- 

5 संदिग्ध भूतकाल- 

6 हेतुहेतुमद भूतकाल- 

7 पूर्ण संकेतार्थ काल –

8 अपूर्ण संकेतार्थ काल- 

9 सम्भाव्य भूत काल –  

भविष्यकाल किसे कहते हैं ?

भविष्यकाल के भेद 

1 सामान्य भविष्य काल 

2 सम्भाव्य भविष्य काल 

3 भविष्य आज्ञार्थ काल 

 

व्याख्या –

वर्तमान काल किसे कहते हैं( vartman kal kise kahate hain) 

वर्तमान समय के अनुसार क्रिया के रूप में परिवर्तन को ही वर्तमान काल कहा जाता हैं । जिस हिंदी क्रिया के वाक्य का सम्बन्ध वर्तमान काल से हो तो उस वाक्य को वर्तमान काल के अंतर्गत रखा जाता हैं  कहने का मतलब हैं कि किस भी कथन का भाववार्थ वर्तमान समय का बोध कराता हैं तो उसे वर्तमान काल के अंतर्गत रखा जाता हैं ।

जैसे – 1 वह खाता हैं ।  यह वाक्य वर्तमान काल में हैं क्योंकि इस वाक्य से पता चलता हैं कि कोइ person हैं जो खाता हैं ।

2 . रमेश घर जाता हैं – इस वाक्य के क्रिया से  पता चलता हैं कि रमेश वर्तमान में घर जाता हैं।

3 . वह लिख रहा हैं – इस वाक्य में लिखने का काम अभी हो रहा है जिसका सम्बन्ध वर्तमान काल से हैं । आप वाक्य को देखकर खुद अनुमान लगा सकते हैं कि वह क्या बता रहा हैं ‘वह लिख रहा हैं’ इसका मतलब ये नहीं हैं कि वह लिखता था या वह लिखेगा बातें वर्तमान की हो रही हैं । इसी प्रकार अन्य कई उदाहरण हो सकते हैं ।

4.श्याम दौड़ता हैं ।

5.रमेश खा चूका हैं ।

6.अजय सो चूका हैं ।

7.काल मुख्यमंत्री मेरे गांव आयेंगें ( यह वाक्य वर्तमान काल में हैं लेकिन देखने से लगता हैं की वाक्य भविष्य काल का हैं)

 

kal kise kahate hain

 

वर्तमान काल के भेद 

वर्तमान काल के कितने भेद होते हैं(Vartman kal ke kitne bhed hote hain)?

हिंदी व्याकरण के अनुसार काल के पाँच भेद होते हैं जो निम्नलिखित हैं –

(1) सामान्य वर्तमान काल– वर्तमान काल में सामान्य रूप से होने वाले कार्य को सामान्य वर्तमान काल कहा जाता हैं, इस काल के अनुसार किसी कार्य को वर्तमान काल में होना समझा  जाता हैं ।

जैसे – वह खाता हैं ।

गणेश पढता हैं ।

श्याम झूठ बोलता हैं ।

अरुण स्नान हैं ।

राहुल दूध पीता हैं ।

राधा विद्यालय जाती हैं। 

 

(2) सदिंग्ध वर्तमान काल – जब कोइ कार्य वर्तमान काल में संदेह या अनिश्चित रूप से हो रहा हो तो वह सदिंग्ध वर्तमान काल कहा जाता हैं ।

जैसे- वह पढता होगा । 

रमेश जाता होगा ।

श्याम विद्यालय जाता होगा ।

राहुल घर जाता होगा आदि ।

 

(3) अपूर्ण वर्तमान काल – जब  कोइ कार्य वर्तमान काल में हो रहा हो लेकिन अभी पूर्ण न हुवा हो तो वह अपूर्ण वर्तमान काल कहा जाता हैं।

जैसे – वह खा रहा हैं । 

अजय पढ़ रहा हैं ।

मैं गए रहा हूँ ।

रंजन खेल रहा हैं आदि ।

 

(4) आज्ञार्थ वर्तमान काल-जिस क्रिया से वर्तमान काल में किसी को आज्ञा देने का बोध हो तो वह आज्ञार्थ वर्तमान काल कहा जाता हैं ।

जैसे – तुम पढों ।

आप खाओं ।

तुम जाओं ।

तुम घर जाओं ।

आप बोलो आदि ।

(5) सम्भाव्य वर्तमान काल- यदि वर्तमान काल में कोइ क्रिया लगातार होते रहता हैं तो वह सम्भाव्य वर्तमान काल कहा जाता हैं ।

जैसे – मैं पढता रहूँगा ।

वे चलते रहेंगें ।

गणेश गाते रहेंगे आदि ।

 

(Note-एक बात आपको ध्यान देना हैं हिंदी व्याकरण(Hindi grammar) तथा अंग्रेजी व्याकरण (English grammar) में आपको अंतर देखने को मिलेंगें , दोनों का प्रयोग करने का तरीका अलग-अलग हैं आप दोनों को अलग-अलग तरीकों से समझे) 

 

 

अब काल के दूसरा भेद भूतकाल को जानते हैं –

भूतकाल किसे कहते हैं (bhutkal kise kahate hain)

(2) भूतकाल(Past tense) बीते हुए समय के अनुसार क्रिया के रूप में परिवर्तन को भूतकाल कहा जाता हैं , अर्थात जो समय बीत चूका हो तो उसे भूतकाल कहा जाता हैं ।

जैसे – मैं पढता था ।

वह लिखता था ।

महेश विद्यालय जाता था ।

राधा गीत गाती थी ।

वे हार गए थे ।

 

kal kise kahate hain

 

भूतकाल के भेद 

भूतकाल के कितने भेद होते हैं (bhutkal ke kitne bhed hote hain) 

हिंदी व्याकरण के अनुसार भूतकाल के नौ भेद होते हैं जो निम्नलिखित हैं –

1 सामान्य भूतकाल – भूतकाल में होने वाली क्रिया को सामान्य भूतकाल कहा जाता हैं , बीते हुए समय का बोध कराने वाली क्रिया को सामान्य भूतकाल कहा जाता हैं ।

जैसे – वह खाया  । 

सीता गई ।  

उसने पत्र लिखा आदि ।

 

2 आसन्न भूतकाल –जिस क्रिया से तुरंत काम समाप्त होने का बोध हो तो वह आसन्न भूतकाल कहा जाता हैं ।

जैसे – वह खाया हैं ।

रमेश खेल कर आया हैं ।

वह विद्यालय से आया हैं आदि ।

 

3 पूर्ण भूतकाल – जिस क्रिया से कार्य समाप्त हो जाने का बोध हो तो वह पूर्ण भूतकाल कहा जाता हैं और यह भी बोध होता हैं की कोइ काम पहले समाप्त हो चूका हैं ।

जैसे – वह घर जा चूका था ।

राकेश पढ़ चूका था ।

राजेश विद्यालय जा चूका था आदि।

 

4 अपूर्ण भूतकाल –जब कोइ काम पहले ही प्रारम्भ हो गया था और वह अभी तक चल रहा था तो इस प्रकार के क्रिया को अपूर्ण भूतकाल कहा जाता हैं।

जैसे- वह पढ़ रहा था।

राकेश आ रहा था ।

संतोष पढ़ रहा था ।

वह खा रही थी आदि ।

 

5 संदिग्ध  भूतकाल –  यदि भूतकाल में किसी क्रिया के होने का संदेह हो या अनिश्चय हो तो वह संदिग्ध भूतकाल कहा जाता हैं ।

जैसे – वह पढ़ा होगा ।

रमेश गाया होगा ।

गणेश खाया होगा आदि ।

 

6  हेतुहेतुमद्भुत भूतकाल- जिस क्रिया के रूप से यह पता चले की कोइ कार्य भूतकाल में होनेवाला था लेकिन हुवा नहीं  हो तो वह हेतुहेतुमद्भुत कहा जाता हैं ।

जैसे – मैं आता , तो बतलाता ।

वह खाया , तो बताता आदि ।

 

7 पूर्ण संकेतार्थ काल – यह हेतुहेतुमद्भुत जैसा ही हैं सिर्फ ‘होता’ जोड़ देते हैं ।

जैसे – मैं आता होता , तो बतलाता ।

वह खाया होता , तो बताता ।

 

8 अपूर्ण संकेतार्थ काल-  यदि किसी क्रिया के भूतकाल में होने का सम्भावना वक्त हो तो वह अपूर्ण संकेतिक काल कहा जाता हैं ।

जैसे – यदि वह देखता होता , तो बतलाता ।

अगर मैं पढता होता , तो कहता आदि ।

 

9 सम्भाव्य भूत काल –  इसका प्रयोग ऐसे कार्य के लिए होता हैं जिससे भूतकाल में होने की सम्भावना हो ।

जैसे – यदि मैं उस दिन बोला होता, तो आप मुझे कुछ कहते ।

 

 

अब इससे आगे भविष्यकाल के बारे में जानते हैं – 

भविष्य काल किसे कहते हैं(bhavishy kal kise kahate hain) 

भविष्य काल (future tense) आने वाले समय के अनुसार क्रिया के रूप में परिवर्तन को भविष्य काल कहा जाता हैं ।

जैसे – मैं पढूँगा ।

वह घर जाएगी ।

रमेश गायेगा ।

राधा काम करेगी आदि ।

 

kal kise kahate hain

 

भविष्य काल के कितने भेद होते हैं (bhavishy kal ke kitne bhed hote hain)

हिंदी व्याकरण के अनुसार इसके तीन भेद हैं जो निम्नलिखित हैं –

1 सामान्य भविष्य काल-आने वाले समय का बोध कराने के लिए जिस क्रिया का बोध करते हैं वह  सामान्य भविष्य काल कहा जाता हैं ।

जैसे – मैं जाऊँगा । 

वह घर जायेंगें।

वे लोग घर जायेंगें ।

वह जायेंगें आदि ।

 

2 सम्भाव्य भविष्य काल-जिस क्रिया से भविष्य में होने वाली कार्य की सम्भावना-मात्र रहती हो तो वह सम्भाव्य भविष्य काल कहा जाता हैं ।

जैसे – आज शाम की वर्षा होगी ।

आज अजय आएगा ।

श्याम घर आएगा ।

वह पढ़ेगा आदि ।

 

 

2 भविष्य आज्ञार्थ काल –आने वाले समय में कुछ करने की आज्ञा हो तो वह भविष्य आज्ञार्थ काल कहा जाता हैं ।

जैसे – कल पढ़ना ।

आपको खाना हैं ।

तुम जाना ।

आप दौड़ना आदि ।

 

इन्हें भी पढ़ें – 1 verb किसे कहते हैं ।

2 हिंदी वर्णमाला क्या हैं ।

3 संधि किसे कहते हैं ।

4 tense किसे कहते हैं ?

 

 

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