Badi ee ki matra wale shabd , badi ee ki matra ke shabd , ई(ee) की मात्रा वाले शब्द ,और वाक्य ।

Badi ee ki matra wale shabd , badi ee ki matra ke shabd ,

ई की मात्रा वाले शब्द और वाक्य :

परिचय हम जानते हैं कि हिंदी वर्णमाला के वर्णो को दो भागो में बाटा गया हैं पहला स्वर वर्ण तथा दूसरा व्यंजन वर्ण और इन्ही दोनों के मिलने से किसी अक्षर का निर्माण होता हैं जिसमें मात्रा की भूमिका अहम् होती हैं अक्षर निर्माण के लिए मात्रा कि आवश्यकता होती हैं क्योकिं मात्रा के बिना अक्षर का निर्माण नहीं हो सकता और जब अक्षर का निर्माण नहीं होगा तो शब्द का भी निर्माण नहीं होगा और न किसी वाक्य का ,कहने का अर्थ हैं कि मात्रा के बिना कोइ शब्द अथवा वाक्य बनाना असंभव हैं। ध्यान देने वाली बात यह हैं मात्रा स्वर वर्ण का ही होता हैं व्यंजन वर्ण की नहीं , स्वर के मात्रा के प्रयोग से ही व्यंजन वर्ण बनता हैं इस पेज में ee (ई) की मात्रा से बने शब्द एवं वाक्य के बारे में अध्ययन करेंगें ।

 

badi ee ki matra ke shabd

बड़ी ee का मतलब दीर्घ ‘ई’ होता हैं जो स्वर वर्ण के अंतर्गत आने वाले एक वर्ण हैं जिसे दीर्घ ई भी कहा जाता हैं हम जानते हैं कि स्वर वर्ण की संख्या ग्यारह हैं और इन्ही ग्यारहों वर्ण के अलग-अलग ग्यारह मात्रा होती हैं जिसमें ee(ई) की मात्रा  ‘   ी ‘ होती हैं हम इन्ही मात्रा वाले शब्द एवं वाक्य को देखेंगें तथा ये भी समझेंगें कि इस मात्रा के प्रयोग से किस प्रकार शब्द बनाये जाते हैं और यह भी देखेगें कि मात्रा अन्य वर्ण में किस प्रकार जुड़ता हैं तथा और अक्षर का निर्माण कर शब्द बनाता हैं तथा इससे बने शब्द निम्नलिखित होंगें ।

कीमत , दीमक , दीपावली , गिलहरी  ये तीनो शब्द में  ‘   ी‘ की मात्रा लगा हैं और यह किस प्रकार जुड़ता हैं इसे भी देख लेते हैं, जैसे –

क +   ी  + म + अ +  त + अ = कीमत बना हैं ।

द +   ी   + म  + अ +  क + अ = दीमक बना हैं ।

द +   ी  + प + आ + व + अ + ल +   ी  = दीपावली बना हैं ।

ग +   ि + ल + अ + ह + अ + र +   ी = गिलहरी ।

अब आप समझ गए होंगें की badi ee ki matra wale shabd कैसे बनता हैं । एक बात ध्यान देने वाली बात यह हैं की ई की मात्रा ‘   ी ‘ हमेशा किसी वर्ण के दाएँ भाग लगता हैं । आगे कुछ इस मात्रा वाले शब्द को देखते हैं जिसे निचे देख सकते हैं ।

 

आप इन्हें भी जरूर पढ़ें –a की मात्रा वाले शब्द को जाने ।

हिंदी वर्णमाला क्या हैं ।

क्रिया किसे कहते हैं ।

 

badi ee ki matra wale shabd

 

ee ki matra vale shabd 

(ई की मात्रा वाले शब्द )

चिली ,गीली ,नीली , शरीफ , दानी , पानी , काकी , दादी , थाली , मीनाक्षी , हाथी , छबीली , शहीद , पिचकारी , पाली , नकली , तितली , वाणी , ज्ञानी , जानी, रानी , जवानी , कहानी , तीतर , बीटर , आती , तीर , जाली , गीता , बिजली , हरियाली , मनमानी , अंजनी , अमीरी , गरीबी , शरीर , करीम , बीमारी , फकीर , माली , ढीली , तमीज , काली , पाली , हाली , बशीर , सीता , मीरा , खीरा , डाली , पिचकारी , मकड़ी , मछली , तमीज , कीकर , कीचड़ , कमली , बीमारी , फकीर , तीली , मिली , चिली , गीली , हिली , शीला , राखी , खली , खाली , झील , जीप , लीला , मीणा , पसीना , किनारी , असली , रसीली , राजधानी , महारानी , बरसाती , चपरासी , बनवारी , घरवाली , नखड़ेवाली , दमकती , बहकी , बहकती , जनवरी , दरवारी , चटकीला , शरमाती, अलमारी , मटकती , भड़कती , मटकती , चींटी , जिद्दी , रद्दी , गद्दी , भद्दी , सस्ती , रस्सी , जल्दी , बद्री , सदी , नवीन , कमीज , तमीज , पंखी , चक्की , नक्की , पक्की , लकीर , लक्की , मटकी , भटकी , चटकी , भड़कीला , शीतल , मित्तल , जीन , तीन , बीन , चिन्ह , लीला , पपीता , रोटी , कवाली , सवारी , गाड़ी , पहाड़ी , जापानी , बड़ी , नीची , काली , कली , बहाली , बाली  , बबली , बबाली , नवाली , नवावी , गली , नाली , फली , नानी , मामी , चाची , दादी , घड़ी, जड़ी , नारी , भिकारी , आरती , पुत्री , मिट्टी , घनी , सीधी , साथी , शिवानी , किरानी , बदली , थारानी , रमणी , रमणीय , गमनीय , शमनीय , माननीय , जितरणी , जीतनी , पिंकी , जिनकी , पुनीत , सुदीप , नितीश , सतीश , सजीव , संजीव , राजीव , देवी , महादेवी , लक्ष्मी , दामनी , कामनी , शमनी , शामानी , जामनी , चाभी , रीत , मीन , ककड़ी , नीलम , पालकी जानकी , मीठा , चरखी , भड़की , छड़की , चरकी , जीवन , रीवन , अपनी , करनी , भरनी , तीन , भीषण , वकील , बनती , वीर , नीरज , नतीजा , मछली , पारी जड़ी , लीची , लड़की , लकड़ी , भींगी , तिकी , घनी , कीड़ा , पीड़ा ,नीरा   , चीला , ग्रीस , काई , निकरानी , गोरी , परसौनी , मशीली , नशीली , फौजी , चौकीदारी , फौजदारी , कुर्वानी , कयी , डीपी , कीजिए , तुलसी , थीम , जिम , खांसी , खिलाड़ी , खुशी , दुःखी , सुखी  , खलीफा , अभी , सही , गलती , जलती , पतली , जारी , साड़ी , बारी , हारी , पालकी , इमली , डरती , डराती , सरती , जड़ती , आरती , ककड़ी , बकरी , कमीज , गठरी , धरती , पनीर , नगीना , पसीना , हसीना , पसीना , जीप , दीवाना , कमीना , पीछे , पीछेवाला , पंजीकृत , नसीहत , धोखाधरी , ध्रुवीकरण , पीपल , नीलमणि  छड़ी , लड़ी , पड़ी , जीव , पीर , बड़ी , धनी , लाली , चली , बीर , चीता , जीता , गीदर , मील , कानी , मानी , सानी , छानी , चानी , दीपा ,  रीता , पडी , कडी , कढी , सीधी , खरीदी , जालयी , बनायी , हरायी , भील , जीभ , नीम , गीत , सीट , जीत , हीट , नीट , मीट , नीट , वीट , पीठ , भतकली , भारती , जानकारी , लाचारी , हरामी , आसमानी , मतवाली , आलमारी , कहलाती , महारानी , मतलबी , हालचाली , बराबरी , बिरादरी , भीड़ , नदी , गली , भली , मझारी , भली , दरी , बगीचा , खराबी , रवानी , चटपटी , राजधानी , सावधानी , आबादी , तरकारी , रचाई , दरवारी , बहकती , महकती , शरमाती , फरवरी , रीठा , मीठा , सवीना , बिजली , खिलजी , शमशीर , डफली , करीब , अनजानी , संजीदा , थारानी , बेतरणी , बदली , बकड़ी , पढ़ती , दीन , दीनदयाल , फुलवारी , खादी , वीणा , दही , खरीदारी , खरीदार , हीरामंडी , जीजस , बनती , अपनी , भड़की , किमी , खींचकर , कीगल , आदानी , कमानी , सलामी , जवाबी , कश्मीर , पहनी , टहनी , करनी , भरनी , बलशाली , नशीली इत्यादि बहुत सारे शब्द हो सकते हैं आप अपने आवश्यकता के अनुसार उपयोग में ला सकते हैं और बड़ी आसानी से निर्माण भी कर सकते हैं इसके लिए हिंदी व्याकरण को भी पढ़ना समझना बहुत आवश्यक होता हैं आपको यही सलाह है की आप व्याकरण की अच्छी जानकारियां प्राप्त करें।

 

badi ee ki matra wale shabd

ee( ई )  की मात्रा के वाक्य( ee ki matra wale vakya) :

अब आप ई की मात्राओं से बनी वाक्यों को देखिए, और जिसको बोल्ड किया गया हैं उसमें  ‘   ी ‘ मात्रा लगा हैं जो की एक वाक्य के रूप में हैं ।

ही वह धरती हैं जहाँ  गौतम बुद्ध ,स्वामी विवेकानंद जी , गुरू नानक , संत कबीर ,  संत रविदास जैसे महापुरूष का जन्म हुवा हैं ।

हमारी यहाँ के सभी लोग अच्छे हैं ।

तुम्हारी कमजोरी हैं की आप मेहनत नहीं करते हैं ।

सरकारी काम- काज बहुत धीमा होता हैं ।

जवानी एक ही वार आती हैं जाने के बाद फिर लौट कर नहीं आती हैं ।

कहानी कुछ भी जिंदगी को खुल कर जी लेना चाहिए ।

जवानी हर किसी को प्यारा होता हैं इसकी कोइ- न – कोइ कहानी आवश्यक होनी चाहिए ।

जिंदगी उतना भी कठिन नहीं होती हैं जितनी की हम सोच लेते हैं बस जिंदगी को समझने की क्षमता होना चाहिए ।

पीपल के पेड़ पर बहुत सारे कबूतर रहते थे ।

भी विद्यार्थी मेहनती नहीं होती हैं । 

श्मी हिंदुस्तान का अंग नहीं हैं  कुछ नेताओं के कारण उलझन पैदा होते रहते हैं ।

मानवीय धर्म के सम्बन्ध सम्पूर्ण रूप से प्राकृतिक नियमों के पालन करने से हैं ।

भारतीय होने पर हमें बहुत गर्व हैं जिसे नदियों का देश कहा जाता हैं जहाँ गंगा जैसे नदी बहती हैं ।

गंगा हिमालय से निकलती हैं जो भारत के लिए बहुत गौरव की बात हैं ।

जीने के लिए बहुत कुछ करना पड़ता हैं ।

जाती व्यवस्था समाज की सबसे बड़ी अभिशाप हैं इसे खत्म करने के लिए सभी को आगे आना होगा ।

हमारी जिंदगी हैं जैसे चाहे जी सकता हैं लेकिन मानव नियमों का उल्लघन नहीं करूँगा  ।

सबकी मालिक एक हैं और ईश्वर एक हैं ।

कुमारी लड़की के शादी होने के बाद वह अपनी कुवाँरा पन खो देती हैं ।

पीपल के वृक्ष हमेशा ऑक्सीजन देती रहती हैं 

लहलहाती खेत को देखकर किसान बहुत खुश होती हैं ।

आजादी के बिना जिंदगी मरने के सामान होती हैं इसलिए जीवन में आजादी बहुत जरूरी हैं ।

अनजानी सी डगर में सब अनजाने लगती हैं जब कोई प्रिय दोस्त नहीं होता हैं ।

दोस्ती से बढ़कर कुछ भी नहीं हैं प्यार का दूसरा नाम दोस्ती हैं ।

हम और हमारी दुनिया दूसरे से बहुत अलग हैं ।

अंग्रेजी शिक्षा भारत की शिक्षा नहीं हैं यह भारतीयता को खत्म कर देगी

आमदनी कम हैं लेकिन खर्च बहुत ज्यादा हैं ।

यही वह धरती हैं ।

जानकारी के आभाव में लोग गलतियां करती हैं ।

जानकारी ही ज्ञान कहलाता हैं ।

हम सबसे पहले भारतीय हैं और हमारा प्रथम कर्तव्य होता हैं की अपने मातृभूमि के लिए समर्पित रहें ।

सबकीही प्राथमिकता होती हैं की वह अपने कर्मो का हमेशा ख्याल रखें ।

 

इन्हें भी पढ़ें – शब्द किसे कहते हैं ।

 

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